मुंबईः मुंबई के एक अस्पताल में आग लगने की घटना में मरने वालों की संख्या मंगलवार को बढ़कर आठ हो गई। स्थानीय निकाय अधिकारियों ने बताया कि हादसे में घायल हुए लोगों में से दो की देर रात मौत हो गई। सरकारी ईएसआईसी कामगार अस्पताल में सोमवार को लगी आग में मरने वालों में पांच महीने की बच्ची भी शामिल है। बीएमसी की आपदा प्रबंधन इकाई के एक अधिकारी ने बताया कि दमकल विभाग के तीन कर्मचारियों सहित कुल 176 लोगों का इलाज फिलहाल शहर के विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। उन्होंने बताया कि घायलों में 25 से ज्यादा लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। जबकि 26 लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई थी।
अधिकारी ने बताया, ‘‘अस्पताल की इमारत में भूतल के साथ पांच मंजिल है और आग चौथी मंजिल पर लगी थी।‘‘ उन्होंने कहा, ‘‘15 लोगों को कूपर अस्पताल ले जाया गया, जहां दो लोगों को मृत घोषित कर दिया गया।‘‘
अधिकारी ने बताया कि घायलों को पांच अलग-अलग अस्पतालों में ले जाया गया। उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान अभी नहीं हो पाई है और अभी तक आग लगने की वजह का पता नहीं चला है। अग्निशमन विभाग को आग के संबंध में शाम चार बजे कॉल मिला था। अग्निशमन की पांच गाडिय़ां और 15 एंबुलेंस को घटनास्थल पर भेजा गया, जहां आग बुझाने का कार्य अब भी जारी है।
अधिकारी ने कहा, ‘‘ज्यादातर बचाए गए और झुलसे लोग स्थिर हालत में हैं।‘‘अग्निशमन प्रमुख पी एस रहंगदाले ने कहा कि पूरी इमारत में धुआं भर गया है और अग्निशमन कर्मी मरीजों और आगंतुकों को बचाने के लिए सभी मंजिल की तलाशी ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि आग को तीसरी मंजिल पर ही फैलने से रोक दिया गया, जहां से डॉक्टरों, नर्सों और मरीजों को सुरक्षित बचा लिया गया।
अधिकारी ने बताया, ‘‘ आग बुझाने का काम जारी है। अस्पताल के आम रास्ते से आठ से 10 लोगों को बचाया गया। यह रास्ता अस्पताल की इमारत को एक निर्माणाधीन इमारत से जोड़ता है।‘‘
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