नई दिल्ली उत्तर भारत में पहली वातानुकूलित (एसी) लोकल ट्रेन अगले साल से पटरियों पर उतरेगी। रेलवे की योजना दिल्ली से कम दूरी की यात्रा करने वाले मुसाफिरों के लिए अत्याधुनिक ट्रेन चलाने की है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि एमईएमयू (मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) ट्रेन में स्टेनलेस स्टील के आठ डिब्बे होंगे।
फरवरी में नई ट्रेन
यह दिल्ली से 200-300 किलोमीटर दूर स्थित उत्तर प्रदेश के शहरों तक चलेंगी। उन्नत एमईएमयू वातानुकूलित ट्रेनें 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं। इनके पिछले संस्करण की गति 100 किलोमीटर प्रति घंटे थी। वहीं नई ट्रेन में 2,618 यात्रियों की क्षमता है जबकि मौजूदा ट्रेन में 2,402 मुसाफिर ही आ सकते हैं।
इन्टीग्रल कोच फैक्टरी (आईसीएफ) के महाप्रबंधक सुधांशु मणि ने बुधवार को कहा कि सभी आठ डिब्बों में दो-दो शौचालय होंगे। जीपीएस से जुड़ी सूचना प्रणाली होगी, स्वाचलित दरवाजे और गद्देदार सीटें होंगी। साथ ही सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जाएगी।
चेन्नई की इन्टीग्रल कोच फैक्टरी से ऐसी पहली वातानुकूलित लोकल ट्रेन को परीक्षण के लिए भेजा जाएगा। दिल्ली से यूपी के अन्य शहरों के लिए चलेगी मणि ने कहा कि हमने रेलवे बोर्ड से इस ट्रेन को उत्तर रेलवे को आवंटित करने का अनुरोध किया है। यह ट्रेन दिल्ली में होगी और वहां से अन्य शहरों के लिए चलेगी। लोकल ट्रेनों का परीक्षण दो महीने से भी कम वक्त में पूरा होने की उम्मीद है। इसके बाद फरवरी के शुरू से यह चलना प्रारंभ करेंगी।
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