शनि एक ऐसा ग्रह है, जिससे सभी त्रस्त रहते हैं, और इस शनि की शांति के लिए तरह-तरह के उपाय भी करते हैं। जिन लोगों पर शनि की साढ़े साती और ढैय्या चल रही है, उन्हें अब जल्द ही राहत मिलने की उम्मीद है। शनि के पिता सूर्य 16 दिसंबर को धनु राशि में प्रवेश करेंगे और पुत्र शनि से मिलेंगे। सूर्य और शनि के मिलन के कारण शनि 17 दिसंबर को अस्त हो जाएगा और एक माह तक यही स्थिति बनी रहेगी। इसके चलते शनि की साढ़े साती और ढैय्या से परेशान चल रहे जातकों को राहत मिलेगी। इन दिनों शनि पहले से ही धनु राशि में विचरण कर रहा है। 16 को सूर्य भी इस राशि में प्रवेश कर जाएगा।
शनि और सूर्य का आमने-सामने आना ज्योतिष में अशुभ माना जाता है और सूर्य के धनु में प्रवेश के साथ ही धनु मलमास लग जाएगा। इसके साथ ही एक माह के लिए विवाह जैसे शुभ कार्य भी रुक जाएंगे। लगभग एक माह इस राशि में रहने के बाद सूर्य 14 जनवरी को मकर राशि में प्रवेश करेगा। 17 जनवरी से शुभ कार्य दोबारा शुरू हो जाएंगे।
ज्योतिषी की मानें तो सूर्य के धनु राशि में आने से कर्क, तुला और कुंभ राशि के जातकों के लिए एक माह का समय शुभ रहेगा। इन तीनों राशि वालों के अटके हुए कार्य बन सकते हैं। आर्थिक समस्या का समाधान हो सकता है। हालांकि, सूर्य-शनि का मिलन पितृदोष नामक अशुभ योग भी बनाता है। जिन लोगों की जन्मकुंडली में सूर्य, शनि की युति धनु राशि में है, उनके लिए यह समय अशुभ रह सकता है। उन्हें लगभग एक माह तक स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। शनि ग्रह 17 दिसंबर, 2018 से लगभग एक माह तक अस्त रहेगा।
वर्तमान गोचर के अनुसार वृश्चिक, धनु और मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती और वृष एवं कन्या पर शनि की ढैय्या चल रही है। ये पांचों राशियां शनि ग्रह के अस्त होने से लाभान्वित होंगी।